सत्तू के परांठे न केवल स्वादिष्ट होते हैं,बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं।
👉सत्तू भूनें चने के आटे से बनता है, जो प्रोटीन, फाइबर, और मिनरल्स से भरपूर होता है। यह शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ मेटाबोलिज़्म को बढ़ावा देता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है।
👉सत्तू को ठंडा रखने वाला माना जाता है, इसलिए गर्मी के मौसम में यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है और शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।
👉सत्तू में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है। यह वजन घटाने में मदद करता है क्योंकि यह भूख को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
👉 सत्तू में प्रोटीन और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कब्ज और गैस की समस्या को भी कम करता है।
👉सत्तू के परांठे शरीर को तत्काल ऊर्जा देने का काम करते हैं, जिससे आपको दिनभर की गतिविधियों के लिए ताकत मिलती है।
सत्तू परांठे बनाने की विधि 👇 👇 👇 👇 👇 👇
सत्तू के परांठे को आप अपने पसंदीदा मसालों और हरे धनिये, हरी मिर्च, और अदरक के साथ तैयार कर सकते हैं, जिससे इसमें स्वाद की विविधता बनी रहती है।
सत्तू के परांठे बनाने के लिए गेहूं के आटे को गूंथकर सूती कपड़े से ढक दीजिए।
अब चने के सत्तू में बारीक कटा हुआ प्याज,हरी मिर्च, अदरक, लहसुन,हरा धनिया, डालें और अजवाइन, मंग्रेल, नींबू रस, सरसों तेल और नमक डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।
अब गुथे हुए आटे से छोटे गोले बनाकर,गोले में बनायें सत्तू भरकर अच्छे से बंद कर लें और बेलन से बेल लें। तवे पर तेल लगाकर परांठे को दोनों ओर सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेंक लें। गरमा-गरम परांठे चोखा, रायता,दही या अचार के साथ परोसें।
कुल मिलाकर, सत्तू के परांठे न सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, बल्कि इनका स्वाद भी अनोखा और दिलचस्प होता है।
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